नमस्ते दोस्तों, Blog पर आपका स्वागत करता हूँ। आज के Blog में कुछ खास बातचीत शामिल हैं, जो रविवार को ONPASSIVE Prime Discussion में हुआ था. ये चर्चा हर रविवार को होता है, और ONPASSIVE के Leaders इसमें हिस्सा लेते हैं. वो Onpassive से जुड़े अहम मुद्दों पर बातचीत करते हैं. इस बार की चर्चा में कुछ ऐसे विषय उठाए गए, जो शायद आपके दिमाग में भी चल रहे होंगे. उदाहरण के लिए, ओ-वेरिफाई या Nationality in OES Profile जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की गई. इस वीडियो में हम उन चर्चाओं के कुछ खास पहलुओं को देखेंगे. उम्मीद है कि ये Blog आपके लिए जानकारीपूर्ण होगा.
तो दोस्तों, चलिए सबसे पहले ओ-वेरिफाई को समझते हैं. जैसा कि हम सभी जानते हैं, ये एक केवाईसी (Know Your Customer) प्लेटफॉर्म है. हमारे सीईओ ने बताया है कि ये लगभग बनकर तैयार है और जल्द ही इस्तेमाल के लिए लॉन्च हो जाएगा. लेकिन ये भी स्वाभाविक है कि जब किसी नए सिस्टम की बात आती है, तो सवाल उठते हैं. कुछ फाउंडिंग मेंबर्स के मन में भी यही चल रहा है. उनके कुछ सवाल हैं, ओ-वेरिफाई का लिंक किसके साथ होगा? क्या हमें इसे कराना अनिवार्य होगा? और आखिर ये हमारे लिए जरूरी क्यों है?
O-Verify: सरलीकृत KYC, सरकारी आईडी प्रमाण से
इन सवालों का जवाब सीधा है. जैसा कि वेबिनार में ढिल्लन सर ने भी समझाया था, ओ-वेरिफाई के लिए सिर्फ सरकारी आईडी प्रमाण की जरूरत होगी, ठीक उसी तरह जैसे अभी बैंक या अन्य संस्थाओं में KYC के लिए होता है. आपके पास आधार कार्ड है, तो वो पर्याप्त है. वैसे ही, अगर आपके पास पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस है, तो भी वो मान्य होंगे. इस बात की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है कि आपको कौनसा खास ID इस्तेमाल करना होगा. ये सब हमारे देश के KYC नियमों के अनुसार होगा.
मुख्य बात ये है कि ओ-वेरिफाई एक सुरक्षित और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म है. ये हमारे लेन-देन को आसान और तेज बनाएगा. उम्मीद है कि इससे आपकी जिज्ञासा थोड़ी कम हुई होगी. ये जानना जरूरी है कि Onpassive में कोई दबाव नहीं है. यहां कोई चीज जबरदस्ती नहीं करवाई जाएगी. असल में, यहां तीन आसान स्टेप्स में आपका वेरिफिकेशन होगा, जो कि ओ-वेरिफाई का एक हिस्सा है.
O-Verify के साथ आसान 3-स्टेप KYC:
- अपना चेहरा दिखाएं:
- पहचान वेरिफिकेशन के लिए सेल्फी लें।
- अपना ID दिखाएं:
- आधार कार्ड, पासपोर्ट, या ड्राइविंग लाइसेंस की तस्वीर लें।
- ID के साथ अपना फोटो लें:
- अपनी पहचान और दस्तावेजों का मिलान करें।
सुरक्षित, भरोसेमंद और आसान!
पहला स्टेप है आपके चेहरे की तस्वीर लेना. इससे आपकी पहचान वेरिफाई होगी. दूसरा स्टेप आपके पास मौजूद सरकारी आईडी प्रमाण, जैसे आधार कार्ड या पासपोर्ट, की फोटो लेना है. और तीसरा, सबसे आखिरी स्टेप है उस आईडी को पकड़े हुए अपना फोटो लेना. ये तीनों स्टेप्स मिलकर आपके पहचान और दस्तावेजों का मिलान करते हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया सुरक्षित और भरोसेमंद हो जाती है.
तो दोस्तों, याद रखें कि ओ-वेरिफाई कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है. ये कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाएगी. इसके अलावा, ये पूरी तरह से वैकल्पिक है. अगर आप अभी इसे करवाना नहीं चाहते हैं, तो कोई बात नहीं. आप बाद में भी इसे पूरा कर सकते हैं.
मुख्य बात ये है कि ओ-वेरिफाई कराने से भविष्य में लेन-देन और अन्य चीजें आपके लिए ज्यादा आसान हो जायेगा. ये एक सुरक्षित और भरोसेमंद प्रणाली है जिसका फायदा आने वाले समय में आपको ही मिलेगा.
OES प्रोफ़ाइल में राष्ट्रीयता: क्या चुनें?
राष्ट्रीयता के बारे में भी चर्चा हुई. आप सभी ने देखा होगा कि OES प्रोफाइल में अब राष्ट्रीयता का विकल्प है. आप इसे एक बार भरकर सेव कर सकते हैं, लेकिन बाद में एडिट करने का विकल्प नहीं है. यहां भारत में रहने वाले कुछ लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि उन्हें क्या चुनना चाहिए, खासकर अगर वो विदेश में रहते हैं और काम करते हैं. तो जवाब सीधा है. आपको वही राष्ट्रीयता चुननी चाहिए जो आपके पासपोर्ट या अन्य सरकारी दस्तावेजों में लिखी है. उदाहरण के लिए, अगर आपके पास भारतीय पासपोर्ट है, तो आपको राष्ट्रीयता में भारत ही चुनना चाहिए, भले ही आप किसी और देश में काम कर रहे हों.
सरल शब्दों में कहें, तो जो देश आपका नागरिक होने का प्रमाण देता है, वही राष्ट्रीयता OES प्रोफाइल में भरें. ये सिस्टम इसलिए जरूरी है ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके.
तो दोस्तों, सबसे पहले ये याद रखें कि अपने अकाउंट में लोकेशन के तौर पर सिर्फ भारत ही चुनना चाहिए. अगर किसी गलती से किसी और देश को चुन लिया गया है और सेव कर दिया है, तो भी कोई दिक्कत नहीं है. जब ओ-वेरिफिकेशन होगा, यानी जब आपका सत्यापन होगा, तो उस समय ये सारी चीज़ें अपने आप ठीक हो जाएंगी.
O-Verify: विभिन्न देशों के दस्तावेजों के लिए आसान सत्यापन
दरअसल, ढिल्लन सर ने ये भी बताया कि हमें ओ-वेरिफिकेशन को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. कंपनी के अत्याधुनिक एआई सिस्टम को ये जानकारी पहले ही दे दी गई है कि हमारे पास कई देशों के दस्तावेज़ मौजूद हैं. इसका मतलब ये हुआ कि जब भी ओ-वेरिफिकेशन होगा, तो हर देश में वहाँ के नियमों के हिसाब से अलग-अलग पहचान पत्रों की जांच की जाएगी. कुल मिलाकर, कंपनी ने सभी तरह के दस्तावेजों को अपने सिस्टम में डाल रखा है और इसी तरह से हर तरह के दस्तावेजों के लिए अलग-अलग तरीके से सत्यापन की प्रक्रिया को सुलझा लिया गया है. तो आप बेफिक्र रहें!
ढिल्लन सर ने बताया कि चीजें आसान तरीके से की जाएंगी. साथ ही, उन्होंने कई प्रोसेसरों के बारे में भी बताया. सीईओ सर ने बताया कि यहां कई प्रोसेसरों का परीक्षण किया जाएगा. ढिल्लन सर ने यह भी कहा कि इनमें से एक प्रोसेसर हमारा भी हो सकता है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि हम हर चीज को कई विकल्पों में रखना चाहते हैं ताकि कहीं भी कोई दिक्कत न आए.
आपको याद रखना चाहिए कि अब सबसे अहम चीज पेमेंट सिस्टम है. पेमेंट सिस्टम का ONPASSIVE और हम सभी के लिए बहुत महत्व है. लेन-देन की मात्रा भी बहुत अधिक है. इसलिए, कई प्रोसेसरों के साथ टेस्टिंग की जाएगी.
ढिल्लन सर ने OCoin के बारे में भी एक बात कही. उन्होंने बताया कि भले ही अभी हमें इसकी ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ओ-कॉइन भी काफी महत्वपूर्ण है. आने वाले दिनों में हमें इसके बारे में और पता चलेगा.
दोस्तों, हमारी समझ के अनुसार, OConnect एक वेबिनार प्लेटफॉर्म है या फिर एक मीटिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला टूल है. लेकिन ऐसा नहीं है. सीईओ, ऐश सर ने एक वेबिनार में बताया था कि यह ओ-कनेक्ट सिर्फ एक प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि कई प्रोडक्ट्स का आधार है. यह भविष्य में मीडिया और दूसरे बड़े प्रोडक्ट्स की जगह लेगा.
बहुत से लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि यह सिस्टम कब से पूरी तरह से शुरू हो. मार्केटिंग को लेकर किसी को भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. यहां तो अच्छी खबर ये है कि काफी लोग मेहनत करने और जल्दी से ज्यादा से ज्यादा कमाई करने के लिए उत्साहित हैं. और ये उत्साह ही तो तरक्की की निशानी है! सबसे अच्छी बात ये है कि हमारे CEO तो मार्केटिंग के मामले में पहले से ही अनुभवी हैं. उन्होंने अपनी टीम में भी ऐसे ही अनुभवी लोगों को शामिल किया है जो मार्केटिंग के क्षेत्र में माहिर हैं. तो जो लोग मेहनत करना चाहते हैं और अपना नाम बनाना चाहते हैं, उनके लिए ये एक बेहतरीन मौका है. अगर आप अभी मार्केटिंग के बारे में नहीं जानते हैं या फिर इसे करना नहीं चाहते, तो भी कोई दिक्कत नहीं है. हमारे CEO और उनकी मार्केटिंग विशेषज्ञों की टीम इस पूरे सिस्टम को आगे बढ़ाने में सक्षम है. भविष्य में ज़रूरत के हिसाब से मार्केटिंग सीखने के लिए वर्कशॉप भी कराए जा सकते हैं. तो कुल मिलाकर, मेहनत करने वालों के लिए ये एक सुनहरा अवसर है, और मार्केटिंग को लेकर किसी को भी परेशान होने की ज़रूरत नहीं है!
सभी के लिए खुशखबरी!
यहाँ मौजूद हर किसी के लिए खुशखबरी है! इस प्लेटफॉर्म को सभी को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इसका फायदा हर कोई उठा सकेगा, चाहे वो कोई खास संस्थापक सदस्य ही क्यों न हो. जैसा कि बताया गया है, हमारे यहाँ “जीरो फाउंडिंग मेंबर्स” को भी फायदा होगा. यानी किसी को स्पेशल फायदा नहीं दिया जा रहा. सभी के लिए समान अवसर हैं. सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा है और जैसा कि हमारे CEO ने भी कहा है, अभी तो हमने बेहतरीन चीजों का सिर्फ एक झलक देखा है. आने वाले दिनों में और भी खुशखबरी आने वाली है. आशा करते हैं कि सब कुछ अच्छा ही होगा और कंपनी बिना किसी चुनौती का सामना किए आगे बढ़ेगी. सीधे शब्दों में कहें, तो हम जो चाहते हैं, वो सब आसानी से हो जाए!
तो बस इतना ही! बाकी सभी अपडेट्स के लिए अपने बैक ऑफिस और ओईएस पर नज़र रखें. कोई भी नई जानकारी या खबर सबसे पहले वहीं मिलेगी. ये रविवार को हुई प्राइम डिस्कशन के कुछ अहम बिंदु थे. उम्मीद करता हूँ ये Blog आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा.
इस Blog को अपने दोस्तों और परिवार के साथ ज़रूर शेयर करें, ताकि वो भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें. और हां, एक महत्वपूर्ण बात – हम यहां सफलता पाने के लिए ही जुटे हुए हैं! तो आप भी मेहनत करते रहें और तरक्की की राह पर आगे बढ़ते रहें. धन्यवाद!