ONPASSIVE QUESTION ANSWER WITH MR. GURSMINDER DHILLON SIR

हलो फ्रेन्डस! इस ब्लाॅग में हम बुधवार को हुए ONPASSIVE QUESTION ANSWER सत्र के बारे में चर्चा करने वाले हैं, जो Mr. Gursminder Dhillon Sir के साथ हुआ था। इस सत्र में उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए थे, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो आपके मन में चल रहे हैं, उनके बारे में इस ब्लाॅग में बात करने वाले हैं।

भारत में लॉन्च होने वाले ONPASSIVE Debit Card के बारे में सीईओ की बातें

हम सभी जानते हैं कि ONPASSIVE Debit Card के संबंध में चर्चा हो रही है। हमारे सीईओ ने भी इस पर कुछ कहा था कि ये कार्ड्स पहले भारत में ही लॉन्च होंगे। लोग जानना चाहते थे कि इन कार्ड्स को लेकर विस्तार से क्या-क्या होगा और कब तक इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। ढिल्लन सर ने बताया कि ये कार्ड्स सबसे पहले भारत में लॉन्च होंगे और उनका उपयोग शुरू होने के तुरंत बाद हम उन्हें प्राप्त कर सकेंगे। यहाँ तक कि हमें इन कार्ड्स को वर्चुअली भी मिल सकता है और जैसे ही वे तैयार होंगे, उनका वितरण प्रारंभ हो जाएगा। जब हमारा डेबिट कार्ड तैयार हो जाएगा, तो यह मेल के माध्यम से भी वर्चुअल कार्ड भेजा जा सकता है। इस तरीके से कंपनी काम कर सकती है।

नए ONPASSIVE डेबिट कार्ड्स की प्रक्रिया: ढिल्लन सर द्वारा स्पष्ट किए गए चरण

इसकी प्रक्रिया को ढिल्लन सर ने यहाँ पर स्पष्ट किया था। शुरुआत में, हम अपने OCONNECT का आधिकारिक संस्करण देखेंगे, फिर हमारा O-VERIFY होगा। ओ-वेरीफाई होने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, और उस प्रक्रिया के बाद, हमें पेआउट विकल्प मिलेंगे। अब हमें यह चुनना होगा कि हमें कौन सा विकल्प चाहिए, क्या हम नेट बैंकिंग चाहते हैं, या फिर क्रिप्टो मुद्रा के माध्यम से चाहते हैं, या फिर जो भी हमें चाहिए। हम उस विकल्प को चुन सकेंगे, और फिर उसके बाद, बाकी की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। और यह कार्ड वर्चुअली हो सकता है, जिससे कि आप सब्सक्रिप्शन लेना चाहें तो आप आगे बढ़कर अपने OES से भी उसका उपयोग कर सकते हैं। यानी, अगर आप कोई भी उत्पाद खरीदना चाहते हैं, तो आप उसे खरीद सकते हैं। यहां हम जिसे इंतजार कर रहे हैं, OCONNECT का आधिकारिक संस्करण, जो हमें कभी भी दिखाई दे सकता है, उसमें कुछ बग फिक्सिंग के लिए उसका परीक्षण चल रहा है। जब हमारे पास आधिकारिक वर्जन आएगा, तो उसके बाद हमें O-VERIFY देखने को मिलेगा, और फिर ओ-वेरीफाई पर हमारा प्रमाणीकरण प्रक्रिया शुरू हो जाएगा।

कमीशन और बोनस का वितरण: अपेक्षित समय और प्रक्रिया

यहाँ पर लोगों का सवाल है कि कमीशन और बोनस कब उपलब्ध होंगे। ऐसे व्यक्ति जो कि वहाँ पर हैं, जिन्होंने कोई व्यक्तिगत प्रयास नहीं किया है और कंपनी पर निर्भर हैं, उन्हें यह स्वाभाविक है। यदि कुछ बोनस और अन्य लाभ, जो कंपनी द्वारा प्रदान किए जायेंगे, तो हम तुरंत ही उन्हें देख पाएंगे जब वितरण प्रक्रिया शुरू होगी।

एक्सटेंशन के संबंध में सम्भावनाएँ: 10 मार्च के बाद का स्थिति

एक प्रश्न था OCONNECT का एक्सटेंशन के संबंध में, कि जिस तरह से हम एक्सटेंशन को देख रहे हैं, क्या 10 मार्च के बाद भी हमें एक्सटेंशन दिखाई देगा? ढिल्लन सर ने बताया कि अगर हम 10-10 दिन का एक्सटेंशन देख रहे हैं, तो इससे संभावना लग रहा है कि इस समय के अंदर ही काम पूरा हो सकता है। तो दैनिक आधार पर काम चल रहा है और यदि 10 मार्च तक काम पूरा हो जाएगा, तो स्वाभाविक रूप से एक्सटेंशन नहीं मिलेगा। लेकिन अगर कुछ बचा है, तो फिर भी वहाँ कुछ दिख सकता है। कंपनी पूरी कोशिश कर रही है कि एक्सटेंशन के बीच में सभी कामों को पूरा किया जाए।

O-CONNECT के नए वर्जन के लिए प्रमोशन:

हमारे OCONNECT के नए वर्जन के आने के साथ, हम सभी जानते हैं कि यह बड़े प्रमोशन के लिए तैयार हो रहा है।  हाल ही में हमने तीन दिनों तक चलने वाले WORLD POLICE SUMMIT को देखा, तो वे सब भी आनपेसिव के उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं। इस संदर्भ में, हमारे सीईओ भी चाहते हैं और उनके अनुसार, यहाँ पर काम भी हो रहा है।

यहाँ एक चीज जो वायरल होने वाली है वह हमारा OCONNECT है, जल्द ही आप इसे देखेंगे क्योंकि इस पर काम भी चल रहा है। हमारे सीईओ ने यह भी बताया है कि जो OCONNECT है जो न्यू वर्जन है उसको देखकर आप सभी सरप्राइज रह जाएंगे यह इतना सुंदर है कि आने वाले कुछ सप्ताह में आप बहुत हैरान हो जाएंगे। सीईओ ने कहा था कि वह कुछ साझा करेंगे जो हम सभी को हैरान कर देगा।

भारत में ONPASSIVE का प्रचार: आगामी बदलाव और संभावनाएँ

लोगों के मन में एक प्रश्न उठता है कि हमने सुना कि दुबई मॉल में बहुत सारे लोग पहुंचते हैं, वहाँ हमारे ONPASSIVE का विज्ञापन चलता है और फिल्मों के प्रमोशन के लिए भी वहां प्रचार होता है, जिससे लोगों के द्वारा हमारे ONPASSIVE के विज्ञापन को देखा जाता है। हमने मेट्रो स्टेशन को देखा, या फिर हमने इजिप्ट को देखा, लेकिन इंडिया में भी कब यह समय आएगा, जब हम ऐसी सारी चीजें देखेंगे।

भारतीय मार्केटिंग के नए दृष्टिकोण: अन्वेषण और योजना

यहाँ, ढिल्लन सर ने बताया है कि एक अलग प्रकार की मार्केटिंग भारत में शुरू हो रही है। कुछ कंपनियों के साथ यहाँ काम चल रहा है और वे लोग जो सोच रहे हैं कि मीडिया के माध्यम से हमें देखा जाएगा, ऐसी सोच बिल्कुल अलग है। हमारे सीईओ विचार करते हैं कि मार्केटिंग के एक अलग दृष्टिकोण के साथ काम किया जाना चाहिए। उन्होंने यहाँ इस बारे में सोचा है और आने वाले समय में हमारे सीईओ भारतीय मार्केटिंग को विस्तार से समझाएंगे कि वे कौन सी रणनीति पर काम कर रहे हैं और क्या चल रहा है। इससे सभी चीजें हमें स्पष्ट होंगी और तभी हमें पता चलेगा कि हमारी कंपनी भारत में मार्केटिंग के क्षेत्र में क्या काम कर रही है। जल्द ही, हमारे सीईओ भारतीय मार्केटिंग रणनीति के बारे में हमारे साथ बातचीत करेंगे और स्पष्ट करेंगे कि भारत में कौन सी प्रकार की मार्केटिंग चल रही है।

बच्चों के नाम पर आईडी: सुझाव और प्रबंधन

एक सवाल उठता है कि क्या हमें बच्चों के नाम पर आईडी लेनी चाहिए, जैसे कुछ लोगों ने किया है। जब कोई ऐसा सवाल पूछता है, तो पर सुझाव है कि उनके लिए सर्वोत्तम होगा कि अगर उनका बच्चा अब भी माइनर है, तो वे अपने नाम पर ही अकाउंट खोलें। ऐसा करने से वे अपने अकाउंट को सही ढंग से प्रबंधित कर पाएंगे, और जब उनका बच्चा 18 साल का हो जाएगा, तो वे उसे आसानी से ट्रांसफर कर सकेंगे। यहां पर हमें यह पता होता है कि हम अपने अकाउंट को ट्रांसफर कर सकते हैं यदि हमें ऐसा करना हो, जैसे किसी अपने परिवार के सदस्य को।Husband-Wife Joint

बच्चों के नाम पर आईडी प्रमाण, वेरिफिकेशन और समस्याओं का निवारण

कुछ लोग यह भी चाहते हैं कि हमारे बच्चों के नाम पर ही आईडी रहे तो अगर आपके बच्चों के नाम पर सारे डॉक्यूमेंट हैं यानी कि जो भी चीजों की रिक्वायरमेंट होती है बैंक अकाउंट है और आईडी प्रूफ है और भी सारी चीजें हैं तो उन्हें क्या कोई समस्या आ सकता है तो यहां पर ढिल्लन सर ने बताया कि नहीं ऐसा कोई समस्या नहीं आएगा आप वहां पर वेरिफिकेशन कर पाएंगे। यदि आपका भी इस प्रकार का प्रश्न है तो आपके लिए चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।

Husband-Wife Joint अकाउंट्स:

यहां कुछ Husband-Wife Joint अकाउंट्स होते हैं, और उन दोनों के नाम पर ही ONPASSIVE में भी आईडी है अब, जब जॉइंट अकाउंट होता है, तो लोग यह सोचते हैं कि क्या हम इससे विथड्रॉल कर सकते हैं या नहीं। इस पर ढिल्लन सर ने उत्तर दिया कि यदि मान लें कि आपकी पत्नी के नाम से अकाउंट है, तो वहां उनके नाम का ही बैंक अकाउंट होना चाहिए, जॉइंट अकाउंट में दोनों का नाम आ जाता है इसलिए जॉइंट अकाउंट वहां पर नहीं चाहिए तो इस चीज को ध्यान में रखिए

यदि आपका जॉइंट अकाउंट है, तो आप अपने अकाउंट को अलग-अलग खातों में खोलवा सकते हैं। फिर, उसी अकाउंट की विवरण को अपने-अपने नाम से जोड़ दें। अगर आपकी पत्नी का अकाउंट है, तो उसके नाम से खाता बनाएं और उसे उसी अकाउंट पर संलग्न करें। यदि आपका खाता है, तो अपनी बैंक विवरण को उसी नाम से जोड़ें जिस पर आपका खाता है।

विथड्रॉल प्रक्रिया: आगामी कदम और सुविधाएँ

जब हम विथड्रॉल की बात करते हैं, तो स्वाभाविक रूप से हमारे सीईओ ने भी सीक्वेंस बताया था और फिर जो ढिल्लन सर ने भी सीक्वेंस बताया था कि सबसे पहले, हमारे आफिशियल OCONNECT आयेगा, और फिर हमें हमारे पेआउट्स, ओ-वेरीफाई और वेरिफिकेशन के साथ-साथ अपने पेआउट्स को भी ले सकने की सुविधा मिलेगी। इस प्रक्रिया का अर्थ है कि हमारे विथड्रॉल्स भी बहुत जल्द हमें देखने को मिलेंगे।

और हमारे सीईओ ने भी इस बारे में कहा है कि वे जल्द ही आकर हमें बता सकते हैं कि आप अपने अकाउंट्स की जाँच करें, कि आपके विथड्राल्स को पे कर दिया है। आपके जो पेंडिंग विथड्राल्स हैं, वे आपके अकाउंट में आ चुके हैं। तो यह दिन भी जल्द ही आने वाला है, हम सभी इसका इंतजार कर रहे हैं।

ये कुछ महत्वपूर्ण सवाल थे जिन्हें मुझे लगा आपके लिए लाना चाहिए, क्योंकि इस तरह के सवाल बहुत से लोगों के दिमाग में चलते रहते हैं। मुझे आशा है कि यह ब्लाॅग आपके लिए फायदेमंद साबित होगा, और भी कुछ महत्वपूर्ण सवाल होंगे जो आपके लिए महत्वपूर्ण होंगे, उन्हें भी मैं जरूर लाऊंगा। तो अभी के लिए इतना ही, मैं आशा करता हूँ कि यह ब्लाॅग आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। कृपया ब्लाॅग को अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी उनके प्रश्नों के उत्तर मिल सके, और अपडेट्स और आनपेसिव से संबंधित जानकारी के लिए आप इस वेबसाईट के अन्य पेज को भी विजिट करें। धन्यवाद!

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